चला एक राही सपने संजोए
मन में उमंग और आशा पिरोए
मस्त मगन एक धुन सवार किए
सपनो को हकीकत में बदलने के लिए
चला एक राही सपने संजोए ।
मन में उमंग और आशा पिरोए
मस्त मगन एक धुन सवार किए
सपनो को हकीकत में बदलने के लिए
चला एक राही सपने संजोए ।
आशा उम्मीदों की आस लिए
बढे़ हैं पग धीमे धीमे साथ ही एक कसक लिए
काबू पाने हौसला भी है संग लिए
डरे भी तो भला किस लिए
चला एक राही सपने संजोए ।
बढे़ हैं पग धीमे धीमे साथ ही एक कसक लिए
काबू पाने हौसला भी है संग लिए
डरे भी तो भला किस लिए
चला एक राही सपने संजोए ।
निश्चय कर मुकाम पाने के लिए
बडे़ ही जतन तथा त्याग किए
बैठा है कितनी मुरादें लिए
अडिग रहने का संकल्प लिए
चला एक राही सपने संजोए ।
बडे़ ही जतन तथा त्याग किए
बैठा है कितनी मुरादें लिए
अडिग रहने का संकल्प लिए
चला एक राही सपने संजोए ।
_ रूचि तिवारी
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