मानवता की बातें तो हर कोई करता है पर असली इंसान तो वही होता है जो बदलाव का हौसला रख उसे सच बनाता है। कुछ ऐसे ही हौसलेबाज़ है जबलपुर की ह्यूमैनिटी आर्गेनाइजेशन (संस्था ) के युवा सदस्य ।
हाल ही के बीते रविवार 14 अक्टूबर 2018 को इस युवा पीढ़ी द्वारा की गई नई पहल और उनके हौसले को सलाम । संस्था की अपाराजिता विंग द्वारा #Iamshakti अगुआई में विगत छः महीनों से " सैनिटेरी नैपकिन " के बारे में न सिर्फ़ जागरूकता फैलाई जा रही थी बल्कि ललपुर बस्ती की 40 महिलाओं को मुफ्त बाँटे भी जा रहे थे । परंतु इस रविवार जो हुआ वह बेहद खास और नया था। मानवता का परचम तो लहर ही रहा था पर जब संस्था के सदस्यों को बस्ती की स्वच्छता संबंधी परेशानियों का पता चला तो नई पहल की गई " बायोडिगेर्डेबल सैनिटेरी नैपकिन " उन तक पहुँचाने की। ललपुर बस्ती में नालियों की कमी और डोर टू डोर कचरा कल्केशन गाड़ी न आने की वजह से स्वच्छता की कमी है । इन समस्याओं को मद्देनज़र रखते हुए युवाओं ने गोवा की एक बायोडिगेर्डेबल सैनिटेरी नैपकिन बेचने वाली " सखी "ब्रांड के संपर्क में आए जहाँ से 50रू. में पैकेट को खरीद महिलाओं को 20 रू. में उपलब्ध कराया जा रहा है । उपलब्धता के साथ ही कैसे उपयोग करें , कैसे डिस्पोज़ करें , क्या फायदे है आदि के बारे में बताया जा रहा है एवं जागरूकता फैलाई जा रही है।
"कुछ कर गुज़र यूँ थम न तू
ले हौसले उडा़न भर तू
न सिमित रह खुद तक तू
सोच को दे पंख सच पर अमल कर तू "
ले हौसले उडा़न भर तू
न सिमित रह खुद तक तू
सोच को दे पंख सच पर अमल कर तू "
युवाओं की सोच , हौसले और पहल को सलाम।
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