अच्छाई का मोह दिखा
मन में कपट रखते हैं लोग ,
सच्चाई का रुप दिखा
सबसे फरेब करते हैं लोग ।
मन में कपट रखते हैं लोग ,
सच्चाई का रुप दिखा
सबसे फरेब करते हैं लोग ।
सेवा का भाव दिखा
महान बनने की कोशिश करते हैं लोग ,
सिर्फ़ ज़माने से ही नहीं बल्कि
खुद से भी दिन रात झूठ बोलते हैं लोग ।
महान बनने की कोशिश करते हैं लोग ,
सिर्फ़ ज़माने से ही नहीं बल्कि
खुद से भी दिन रात झूठ बोलते हैं लोग ।
झूठे सपने वादे कर
उम्मीद जगाते हैं लोग ,
खुद की कमियां पूरी करते नहीं
दूसरों की अनगिनत गिनाते हैं लोग ।
उम्मीद जगाते हैं लोग ,
खुद की कमियां पूरी करते नहीं
दूसरों की अनगिनत गिनाते हैं लोग ।
मदद की आड़ दिखा
स्वार्थ खोजते है लोग ,
दूसरों की वस्तुओं में
अपना लोभ पूरा करते हैं लोग ।
स्वार्थ खोजते है लोग ,
दूसरों की वस्तुओं में
अपना लोभ पूरा करते हैं लोग ।
कहने को हर कार्य में ' रुचि ' रखते हैं लोग
अंदर ही अंदर थमने की तलाश में रहते हैं लोग ,
हर किसी के मुँह पर वाह वाह और
पीठ पीछे बुराई करते हैं लोग ।
अंदर ही अंदर थमने की तलाश में रहते हैं लोग ,
हर किसी के मुँह पर वाह वाह और
पीठ पीछे बुराई करते हैं लोग ।
दिखाने को पवित्र बनते हैं लोग
और हर काम विशुद्ध करते हैं लोग ,
ज़माने की भलाई चाहते हैं
और ज़माने से ही जंग करते हैं लोग ।
और हर काम विशुद्ध करते हैं लोग ,
ज़माने की भलाई चाहते हैं
और ज़माने से ही जंग करते हैं लोग ।
_ रूचि तिवारी
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