मेरी हर गलती पर मुझे डाँट लगाया,
मेरे अकेलेपन में मुझे सीने से लगाया,
मेरी सब ख्वाहिशों को अपना बनाया,
मेरी कमी पर मुझे डटना सिखाया,
मेरी नादानियों को हँसकर अपनाया,
मेरी चाहत के सपनों को साकार बनाया,
मेरे डर को हर पल जड़ से मिटाया,
मेरी नाकामयाबियों पर मुझमें भरोसा जगाया,
मेरी कमजो़रियों पर मुझमें हौसला बँधवाया,
हर परिस्थिति में मुझे लड़ना सिखाया,
दुनिया के दस्तूर और रिवाजों को समझाया,
हौसला कभी न खोने का मंत्र पढ़ाया,
मुझमें मेरे सोये हुए अरमानों को जगाया,
खुद को ताक पर रख मुझे अपनी प्राथमिकता बनाया,
दिनों-दिन खुद को छुप छुप कर रूलाया,
मेरी प्यारी सी हँसी के लिए न जाने
कितने किरदार निभाया,
जीवन के बहुमूल्य रंगों से मिलाया,
इस जन्नत से रूबरू करवाया,
कुछ इस तरह मेरे जीवन के असल नायक(पापा)
ने ताउम्र बखूबी अपना फर्ज़ निभाया!!!
_रुचि तिवारी
Ig : ruchi_tiwari31